कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई), व्यापारियों के एक निकाय ने पिछले सीजन (अक्टूबर 2020- सितंबर 2021) में कपास की फसल के अपने अनुमान को 354.5 लाख गांठ के अपने पिछले अनुमान से घटाकर 353 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) कर दिया है। अंतिम अनुमान शुरू में अनुमानित 360 लाख गांठ फसल की तुलना में लगभग 7 लाख गांठ कम है।
वर्ष के लिए कपास की कुल उपलब्धता 488 लाख गांठ होने का अनुमान है, जिसमें 125 लाख गांठ का शुरुआती स्टॉक और 353 लाख गांठ फसल के अलावा 10 लाख गांठ का आयात शामिल है।
वर्ष के लिए सीएआई की कपास बैलेंस-शीट के अनुसार, समापन स्टॉक 75 लाख गांठ होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के अनुमानित 107.5 लाख गांठ के कैरीओवर स्टॉक से कम है।
खपत अनुमान
सीएआई ने वर्ष के लिए कपास की खपत का अनुमान 5 लाख गांठ से बढ़ाकर 335 लाख गांठ कर दिया है, जो पिछले साल के 250 लाख गांठ की अनुमानित खपत से है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
2020-21 के लिए कपास का निर्यात पिछले साल अनुमानित 50 लाख गांठ के मुकाबले 78 लाख गांठ होने का अनुमान है, जो 56 प्रतिशत अधिक है।
कपास व्यापार निकाय ने मध्य क्षेत्र (गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश) के लिए फसल अनुमान को 2.50 लाख गांठ से घटाकर 191 लाख गांठ कर दिया है, जो पहले के अनुमान 193.50 लाख गांठ था। गुजरात के लिए फसल अनुमान में 2 लाख गांठ की कमी हुई है जबकि महाराष्ट्र के फसल अनुमान में पिछले अनुमान की तुलना में 0.50 लाख गांठ की कमी की गई है।
उत्तरी क्षेत्र के लिए फसल अनुमान 65.5 लाख गांठ पर बरकरार रखा गया है, जबकि दक्षिणी क्षेत्र के लिए 30 सितंबर तक आवक के आधार पर सीजन के लिए 1 लाख गांठ बढ़ाकर 91.5 लाख गांठ कर दिया गया है।
अंतिम अनुमानों को सीएआई की फसल समिति द्वारा अंतिम रूप दिया गया, जिसकी 18 अक्टूबर को कपास उत्पादक राज्यों और हितधारकों के 25 सदस्यों के साथ बैठक हुई।
source : buissness line