fertilizer subsidy : केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने रबी सीजन के लिए रासायनिक उर्वरकों पर सब्सिडी को मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार के इस फैसले से देश के 12 करोड़ किसानों को फायदा होगा। रबी सीजन के लिए किसानों द्वारा विभिन्न रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किया जाता है। इसमें डीएपी, यूरिया जैसे उर्वरक शामिल हैं। रबी सीजन के लिए सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार ने खरीफ फसलों की एमएसपी बढ़ाने के बाद किसानों के लिए यह दूसरा बड़ा फैसला लिया है। फॉस्फेट और पोटाश उर्वरकों के लिए 22,303 करोड़ रुपये की सब्सिडी को मंजूरी दी गई है।
रबी सीजन के लिए सब्सिडी 1 अक्टूबर 2023 से 31 मार्च 2024 तक चलेगी। नाइट्रोजन पर सब्सिडी 47.2 रुपये प्रति किलोग्राम, फास्फोरस पर 20.82 रुपये प्रति किलोग्राम, पोटाश सब्सिडी 2.38 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। सल्फर सब्सिडी 1.89 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। खाद की कीमतों पर सब्सिडी जारी रहेगी। साथ ही एनबीएस के तहत किसानों को सस्ती कीमत पर खाद मिलेगी। यूरिया की कीमत भी नहीं बढ़ाई जाएगी।
डीएपी पर सब्सिडी 4500 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से जारी रहेगी। डीएपी 1350 रुपये प्रति बोरी मिलेगी। एनपीके 1470 रुपये और एसएसपी 500 रुपये मिलेगी। इनके दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। अब एनओपी के लिए 1700 की जगह 1655 रुपये देने होंगे। साथ ही भारत में बने एसएसपी पर भी सब्सिडी मिलेगी। केंद्र सरकार के इस निर्णय से अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद की बढ़ती कीमतों का असर भारत के किसानों पर नहीं पड़ेगा।