Onion subsidy : फरवरी और मार्च 2023 में राज्य सरकार ने रुपये की प्याज सब्सिडी की घोषणा की थी। तकनीकी कारणों से सब्सिडी से वंचित किसान तथा जिन किसानों की सब्सिडी 10 हजार से अधिक है। ऐसे किसानों को 84 करोड़ रुपये की सब्सिडी तुरंत देने का आदेश सरकारने दिया है। पात्र किसानों को 350 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 200 क्विंटल प्रति किसान अनुदान मंजूर किया गया।
मानसून सत्र में पूरक मांग के माध्यम से अनुदान के रूप में 550 करोड़ मंजूर किये गये थे। सरकार ने इसमें से 84 करोड़ एक लाख रुपये की राशि वितरित करने का आदेश दिया। वित्त विभाग पहले ही चार सौ पैंसठ करोड़, नब्बे नब्बे लाख के वितरण को मंजूरी दे चुका है। प्याज सब्सिडी वितरण को लेकर आईसीआईसीआई बैंक ने दो चरणों में 452 करोड़ 25 लाख 68 हजार 692 रुपये की धनराशि वितरित की है। तकनीकी समस्याओं के कारण अस्वीकृत एवं लंबित प्रविष्टियों पर 24 करोड़ 92 लाख 19 हजार 762 रूपये की राशि का भुगतान बाकी है।
विटा विभाग ने मानसून सत्र में अनुपूरक मांग के माध्यम से स्वीकृत 555 करोड़ की राशि में से बाकी 84 करोड़ एक लाख के वितरण को मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी से किसानों की दिवाली मीठी होने वाली है।
सरकार ने प्याज सब्सिडी फंड के वितरण के चरण तय कर दिए हैं। प्रथम चरण में 465 करोड़ 99 लाख रूपये उपलब्ध कराये गये है। उसमें जिन जिलों की प्याज सब्सिडी की मांग 10 करोड़ से कम है ऐसे 14 जिलों को पहले चरण में सब्सिडी दी गई है। इसमें नागपुर, रायगढ़, सांगली, सतारा, ठाणे, अमरावती, बुलदाना, चंद्रपुर, वर्धा, लातूर, यवतमाल, अकोला, जालना, वाशिम ये जिले शामिल है। जिनकी सब्सिडी राशि दस करोड़ से अधिक है ऐसे जिले में दो चरणों में सब्सिडी दी जाएगी। इसमें धुले, कोल्हापुर, औरंगाबाद, उस्मानाबाद, बीड, जलगांव, पुणे, सोलापुर, नगर और नासिक ये 10 जिले शामिल है।