Rubber Farming : रबर हमें बहोत से दैनिक कामो मे लगता है। यह एक महत्वपूर्ण फसल हे जो जादातर केरल, तमिलनाडु, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और कर्नाटक मे उगाई जाती है । केरल भारत का सबसे बड़ा रबर उत्पादक राज्य है। रबर कि खेती महाराष्ट्र मे भी कि जा सकती है। लेकिन, अनुकूल जलवायु और भूमि की उपलब्धता पर ये निर्भर करता है।
देश के रबर उत्पादन का लगभग 90% उत्पादन केरल राज्य में होता है।और यह एक दीर्घकालिक लाभदायक व्यवसाय है। रबर से आप रेन कोट, गम बूट, फर्नीचर, हाथ के दस्ताने, खिलौने, बगीचे की नली, टायर, जूते, टेबल मैट, कलाई बैंड, कुर्सियों इतकं चीजे बना सकते है। रबर को दोमट मिट्टी में उगाया जाता है। ज्यादातर ढलान वाली जगह पर जहा पर पानी के रुकने की कोई संभावना नहीं होती है। और लहरदार भूमि या थोड़ी ऊँची विस्तृत समतल भूमि कि जरुरत होती है । समुद्र तल सें 450 मीटर की ऊंचाई तक रबर के पौधे को सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है।
रबर कि खेती करने के लिये न्यूनतम और अधिकतम तापमान 25 से 34 °C के बीच होना चाहिए और 80% सापेक्ष आर्द्रता खेती के लिए अच्छा है। लैटेराइट मिट्टी रबर के लिए उपयुक्त होती है। ये मिट्टी अधिकतर मौसम के अंतिम उत्पाद हैं।इन मिट्टी में मुख्य रूप से आयरन ऑक्साइड होता है जिससे रबर को लाल रंग मिलता है।