कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने गुजरात और तेलंगाना में कम उत्पादन के बाद, पिछले महीने की तुलना में 2020-21 के लिए अपने कपास फसल के अनुमान को घटाकर 354.50 लाख गांठ कर दिया है, जो पिछले महीने की तुलना में 2020-21 के लिए 1.50 लाख गांठ कम है। जबकि 2019-2020 में कपास का कुल उत्पादन करीब 360 लाख गांठ रहा।
कपास उत्पादन अनुमान:
सीएआई ने कहा है कि उत्तर भारत के लिए कपास फसल उत्पादन का अनुमान पिछले महीने के 65.50 लाख गांठ के अनुमान के समान होगा। जबकि मध्य भारत के लिए पिछले महीने के दौरान अनुमानित 194 लाख गांठ से 0.50 लाख गांठ घटकर 193.50 लाख गांठ रह गई।
सीएआई ने यह भी कहा कि गुजरात के लिए फसल अनुमान में 2.50 लाख गांठ की कमी है; जबकि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लिए; पिछले महीने इन राज्यों के अनुमानों की तुलना में इसमें क्रमश: 1.50 लाख गांठ की वृद्धि हुई है।
सीएआई के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण भारत के लिए फसल अनुमान पिछले महीने के दौरान 1 लाख गांठ घटाकर 90.50 लाख गांठ कर दिया गया है। अक्टूबर 2020 से जुलाई 2021 की अवधि के दौरान सीएआई द्वारा अनुमानित कुल आपूर्ति 482.61 लाख गांठ है।
इसमें 348.61 लाख गांठ की आवक, 9 लाख गांठ का आयात और सीजन की शुरुआत में 11 अक्टूबर, 2020 को 125 लाख गांठ का शुरुआती स्टॉक शामिल है।
घरेलू और निर्यात अनुमान:
वर्ष 2020-21 के लिए घरेलू खपत यानी 30 सितंबर, 2021 तक 5 लाख गांठ अधिक रहने का अनुमान है, क्योंकि लॉकडाउन के कारण हुए व्यवधानों के बावजूद सूती धागे की उच्च मांग को देखते हुए।
निर्यातक सदस्यों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर सीएआई ने सीजन के लिए निर्यात अनुमान 72 लाख के अपने पिछले अनुमान से बढ़ाकर 77 लाख गांठ कर दिया है।
सौजन्य : कृषी जागरण