आज दुनिया में कृषि तकनीकी एक ऐसे शिखर पर पहुंच गई है जहां किसान को पहले के अनुपात में 80 प्रतिशत काम खुद से कम और मशीनों से ज्यादा करना होता है. लेकिन भारत में तकनीक के साथ-साथ किसानों के अपने खुद के भी बहुत से इनोवेशन होते हैं. जिनके माध्यम से किसान अपने खेतिहर जीवन को सुविधा जनक बनाते हैं. तो चलिए आज हम एक किसान के इस नए इनोवेशन के बारे में जानते हैं.
बैटरी ऑपरेटेड स्प्रे गन
आप खेतों में छिड़काव या स्प्रे के लिए कई तरह की मशीनों का प्रयोग करते होंगे. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी देशी जुगाड़ से बनी बैटरी ऑपरेटेड स्प्रे गन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में अभी बहुत ही कम किसान जानते हैं. अगर आपके पास खेती के लिए एक छोटा सा एरिया है तो आपके लिए यह मशीन और भी बेहतरीन है. बैटरी ऑपरेटेड स्प्रे गन का प्रयोग हम ज्यादातर हर्बिसाइड्स के लिए किया जाता है. यह मशीन एक एकड़ खेत में केवल 10 लीटर दवा के प्रयोग के साथ पूरा छिड़काव कर देती है. साथ अगर हम इसकी जगह अन्य मशीनों की बात करें तो इतने ही एरिया के लिए 25 से 30 लीटर हर्बिसाइड्स की जरूरत होती है.
कैसे काम करती है यह मशीन
इस मशीन में बैटरी के रूप में रेडियो वाले बड़े सेल का प्रयोग किया जाता है. यही सेल पूरी मशीन को चलाने के लिए काफी होता है. साथ ही ज्यादा वजन भी नहीं बढ़ता है. इसके आगे के शिरे में एक गोल चक्र लगा होता है जो बहुत ही महीन बूंदों के साथ स्वचालित मशीन में बटन के दबाने के साथ छिड़काव कर सकते हैं. इसके लिए आपको एक 10 लीटर की टंकी लेनी होगी जिसमें आप दवा भर के छिड़काव कर सकें. इस टंकी में ही एक नली टंकी से मशीन के आगे के सिरे तक लगाईं जाती है जिसकी सहायता से दवा टंकी से मशीन में होकर खेत में छिड़काव कर सके.
आप इस मशीन से कई एकड़ तक का छिड़काव बड़ी आसानी से कर सकते हैं. इसके लिए अगर आप एक चार्जिंग सेल का इस्तेमाल करते हैं तो आप एक ही बार में कई सालों के लिए बैटरी बदलने की झंझट से बच जायेंगे.
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