unseasonal heavy rain : बारिश का कहर लगातार जारी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे किसान घबरा गए हैं। किसानों के आंसुओं का बांध एक बार फिर टूट गया है। एक बार फिर मौसम ने कई इलाकों में बेईमानी की है। रात भर हुई बारिश से राज्य के कई जिलों में फसलें उखड़ गईं। पुणे, अहमदनगर, नंदुरबार, वाशिम, नासिक, नांदेड़ जिलों में बेमौसम बारिश से भारी नुकसान हुआ है।
ओलावृष्टि ने जोरदार प्रहार किया है। जिसके कारण प्याज और आलू की फसल को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही अंगूर की फसल को भारी नुकसान हुआ है। भारतीय मौसम विभाग की ओर से दिए गए पूर्वानुमान के मुताबिक आज भी राज्य में बेमौसम बारिश की आशंका है। आज राज्य में कई स्थानों पर बिजली चमकने के साथ बारिश का अनुमान है।
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मंत्रालय स्तर से कृषि विभाग को नुकसान का पंचनामा करने का आदेश दिया गया है। फिलहाल कड़ाके की ठंड और तूफानी हवा के कारण कृषि विभाग की मशीनरी किसानों के बांध तक नहीं पहुंची है। पिछले दिनों प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया गया था।हालाँकि, किसानों को बदले में भुगतान नहीं मिला है। सही फसल बीमा भी नहीं मिला। अब रबी सीजन में बेमौसम बारिश का नया संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सरकारी तंत्र और राज्य सरकार किसानों को हिम्मत देने के लिए आगे आती नहीं दिख रही है।
कपास, अरहर, प्याज, संतरा जैसी सभी प्रमुख फसलों का सीजन बीत चुका है। कपास के भीगने से सरकी में कलियाँ टूटने का खतरा रहता है। तुरी में फूल और कलियाँ होती हैं और इस वातावरण में फंगल संक्रमण का डर रहता है। किसान ऐसे संकट में फंस गया है। शुरुआत से ही बारिश कम होती जा रही थी, ऐसे में किसानों ने कपास की फसल उगाई, लेकिन बेमौसम हुई बारिश ने किसानों के हाथों से निवाला छिना है।