इस योजना के तहत जरूरतमंदों को लोन दिया जाता है और पारंपरिक व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस योजना के तहत सरकार बिना किसी गारंटी के 3 लाख रुपये तक का लोन देती है। इस योजना में 18 पारंपरिक कार्यों को शामिल किया गया है और योजना का लाभ उठाने के लिए इन 18 क्षेत्रों से जुड़ा होना जरूरी है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में इस योजना के लिए करीब 13 हजार करोड़ रुपये मंजूर किए गए है।
विश्वकर्मा योजना के तहत शुरुआत में एक लाख रुपये का लोन दिया जाएगा। लोन चुकाते ही लाभार्थी को अतिरिक्त 2 लाख रुपये दिए जाएंगे। यानी कारीगरों को सिर्फ 5% पर 3 लाख तक का लोन मिलेगा। इस लोन को लेने के लिए कोई भी सामान या संपत्ति गिरवी रखने की जरूरत नहीं है।
कोई कुशल कारीगर जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहता है लेकिन पैसे जुटाने में कठिनाई का सामना कर रहा है, उसे पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत मदद मिलेगी।