ROSE CULTIVATION : गुलाब को अक्टूबर ,नवंबर,फरवरी और मार्च मे लगाना चाहिए। जडों को विकसित करने के लिए उन्हें थोड़ी ठंड की आवश्यकता होगी। अगर आप पहाड़ी इलाके में रहते है तो आप साल के किसी भी समय गुलाब कि खेती कर सकते है। गुलाब को तने की कटिंग [ stem cutting ] का उपयोग करके भी उगाया जा सकता है। जिसमें मुख्य तने से एक शाखा काटकर मिट्टी में डाल दी जाती है। इसमें जड़ें विकसित होती हैं और स्वतंत्र रूप से बढ़ने वाला पौधा बन जाता है।
इसकी खेती केवल पॉलीहाउस में ही की जाती है। डच गुलाब उगाने के लिए पॉलीहाउस का तापमान लगभग 32-35 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। सर्दियों में इस फसल की कटाई करना लाभदायक होता है। डच गुलाब की मांग नीदरलैंड ,जापान, और भारत मे काफी है । इस्की खेती के लिये राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा 50% सब्सिडी भी दी जाती है।
भारत में गुलाब उगाने वाले प्रमुख राज्य कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश ,पंजाब, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश है। गुलाब की खेती भारत में खुले मैदानों और खेतों दोनों में की जाती है। मार्केट में इसकी काफी डिमांड भी है। इसका इस्तमाल सौंदर्य प्रसाधन, भोजन, फार्मास्यूटिकल्स सूजन, मधुमेह, तनाव, दौरे आदी में किया जाता है। एक एकड़ खेत में प्रतिदिन 45 से 50 किलोग्राम गुलाब के फूल पैदा होते हैं। जो अच्छी कीमत पर बिकता है। किसान इस फूल को विदेशों में भी सप्लाई कर सकते हैं। किसानों को प्रतिदिन 10 से 20 हजार रुपये का मुनाफा हो सकता है।